ऑब्जैक्ट-ओरियेन्टेड डेटाबेस मॉडल के दोष (Disadvantages of OODBM) 



आंब्जेक्ट-ओरियेन्टेड डेटाबेस माडल (OODRM) के प्रमुख दोष निम्नलिखित हैं-







  वास्तविक संसार में डेटा मॉडल (Data Model), स्टैटिक (Static) नहीं होता है और यह संख्या की सूचनाओं की आवश्यकताओं में परिवर्तन के अनुसार तथा मिसिंग इन्फॉर्मेशन (Missing Information) की पहचान होने पर परिवर्तित होता है। परिणामस्वरूप, समय-समय पर ऑब्जेक्ट्स (Objects) के डेफिनिशन (Definition) को परिवर्तित करने की आवश्यकता होती है एवं नये ऑब्जेक्ट्स (Objects) की डेफिनिशन्स (Definitions) से तालमेल करने के लिए वर्तमान में विद्यमान डेटाबेस (Existing Database) को माइोट (Migrate) करना आवश्यक होता है। ऑब्जेक्ट्स (Objects) की डैफिनिशन्स (Definitions) को परिवर्तित करते समय तथा डेटाबेसेज़ (Databases) को माइग्रेट (Migrate) करते समय ऑब्जैक्ट-ओरियेन्टेड डेटाबेसेस (Object-Oriented Databases) अनेक चुनौतियाँ पेश करते हैं। स्कीमा माइग्रेशन (schema Migration) को हैंडल (Handle) करते समय ऑब्जैक्ट-ओरियेन्टेड डेटाबेसेस (Object-oriented Databases) बड़ी चुनौती पेश करते हैं, क्योंकि प्रत्येक ऑब्जेक्ट (Object) के सम्बन्धित बिहेवियरल कोट (Bchavioural Code) को क्लास स्पेसिफिकेशन्स (Class Specifications) में अपडेट (Update) करना आवश्यक होता है।







  ऑब्जैक्ट-ओरियेन्टेड डेटाबेस सिस्टम (Object-oriented Database System) सभी एप्लीकेशन्स (Applications) के लिए उचित नहीं होते हैं। यदि इसका प्रयोग उन स्थितियों में किया जाता है, जहां इसकी आवश्यकता नहीं होती है तो परिणामस्वरूप, सिस्टम (System) के परफॉरमेन्स (Performance) में डिग्रेडेशन (Degradation) अर्थात् होता है।